वृक्ष मेंढकों की दिलचस्प छलांग

चाइनीज़ ग्लाइडिंग वृक्ष मेंढक (Polypedates dennysi) (Chinese Gliding Tree Frog) चीन और दक्षिण पूर्व एशिया (South East Asia forests) के नम जंगलों में पाए जाते हैं। करीब 10 से.मी. के ये मेंढक इन जंगलों में झूलती शाखों और तनों (tree branches and trunks) पर छलांग लगाते रहते हैं। इनकी यही छलांग वैज्ञानिकों को इनका अध्ययन करने के लिए आकर्षित करती है। दरअसल, जिन जंगलों में ये मेंढक रहते हैं वहां की ज़मीन गीली, दलदली (swampy ground) है। छलांग लगाते वक्त यदि दूरी, ऊंचाई, शाख की चौड़ाई वगैरह का अंदाज़ा ज़रा भी चूका तो ये सीधा कीचड़ में समाएंगे। लेकिन ऐसा होता नहीं है: जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल ज़ुऑलॉजी पार्ट : इकॉलॉजिकल एंड इंटीग्रेटिव फिज़ियोलॉजी  (Journal of Experimental Zoology Part A: Ecological and Integrative Physiology) में प्रकाशित एक अध्ययन का कहना है कि उनमें खड़ी शाखाओं और तनों को पकड़ने के लिए कुछ लचीले तरीके विकसित हुए हैं।

वृक्ष मेंढकों की छलांग का अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं (researchers) ने प्रयोगशाला में सेटअप (laboratory setup) जमाया। उन्होंने अलग-अलग व्यास के खंभे जमाए – फेविस्टिक से लेकर टॉयलेट पेपर रोल तक। फिर इन खंभों पर पांच मेंढकों की सैकड़ों छलांगों को वीडियो रिकॉर्ड (video recordings) किया।

पाया गया कि मेंढकों ने इस बात का अंदाज़ा लेने के लिए कुछ सेकंड लगाए कि खंभे का व्यास कितना है और वे कितनी दूरी पर हैं, फिर इसके हिसाब से उन्होंने अपनी छलांग लगाने का तरीका (jumping technique) तय किया। मुख्यत: दो तरीकों से छलांग लगाई। एक तरीके में वे अपने लक्ष्य (यानी शाख) के पास से गुज़रते हुए उससे ज़रा-सा आगे निकल जाते हैं और फिर गुज़रने के एकदम अंतिम क्षण में अपने चिपचिपे, गद्देदार हाथ या पैर (sticky padded hands and feet) से उसे पकड़ लेते हैं, और उसके सहारे खंभे से लिपट जाते हैं। दूसरे तरीके में वे शाख पर पेट के बल उतरते हैं और उससे लिपट जाते हैं।

मोटे खंभों (thicker poles) के लिए मेंढकों ने खंभों से आगे निकलकर, उसे हाथ बढ़ाकर पकड़ने का तरीका अपनाया। लेकिन जैसे-जैसे खंभे संकरे (narrower poles) होते गए, मेंढकों ने लैंडिंग की चूक से बचने के लिए पैरों और पेट के बल लैंड करने का तरीका अपनाया। शोधकर्ताओं का कहना है कि मेंढकों ने छलांग लगाने के लिए क्या पोज़ीशन ली है (jumping posture), इसे देखकर बताया जा सकता है कि वे शाख को पकड़ने के लिए हाथ या पैर से शाख थामेंगे या पेट का सहारा लेंगे।

शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि खड़ी शाखाओं (vertical branches) पर लैंड करने से मेंढकों के शरीर पर कम ठेस लगती है, इस बात का पता उन्हें खंभों के नीचे लगे बल संवेदी (force sensors) से चला। इस नतीजे से वैज्ञानिकों को एक नया सवाल सता रहा है: आडी और खड़ी दोनों तरह की शाख मौजूद हों तो ये मेंढक क्या खड़ी शाखों पर उतरना पसंद करेंगे या आड़ी शाख (horizontal branches) पर? (स्रोत फीचर्स) छलांग का वीडियो यहां देखें – https://www.science.org/content/article/watch-these-tree-frogs-make-some-most-dramatic-landings-nature?utm_source=sfmc&utm_medium=email&utm_content=alert&utm_campaign=WeeklyLatestNews&et_rid=17088531&et_cid=5471795 

नोट: स्रोत में छपे लेखों के विचार लेखकों के हैं। एकलव्य का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है।
Photo Credit : https://www.science.org/content/article/watch-these-tree-frogs-make-some-most-dramatic-landings-nature?utm_source=sfmc&utm_medium=email&utm_content=alert&utm_campaign=WeeklyLatestNews&et_rid=17088531&et_cid=5471795

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