गहरे समुद्र में स्थित चट्टानों पर आकर्षक बैंगनी, हरे और नारंगी रंग के स्पॉन्ज हैं। मैरून कांटों वाले समुद्री अर्चिन झुंड में है और खसखसी रंग के क्रस्टेशियंस उनके बीच विचर रहे हैं। पारदर्शी, भूतिया से दिखने वाले जीव अंधेरे में इधर-उधर फिर रहे हैं। ये नज़ारे हैं चिली तट से कुछ दूरी पर स्थित जलमग्न पहाड़ों के आसपास के, जिन्हें श्मिट ओशियन इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने रोबोट पर कैमरा लगाकर कैद किया है।
वास्तव में उन्होंने समुद्र के भीतर फैली नाज़्का और सालास वाई गोमेज़ पर्वतमाला के पास 4500 मीटर की गहराई तक रिकॉर्डिंग की है। ये दो पर्वतमालाएं मिलकर लगभग 3000 किलोमीटर में फैली हैं। यहां उन्हें स्पॉन्ज, एम्फिपोड, समुद्री अर्चिन, क्रस्टेशियंस और मूंगा सहित कई जीवों की करीब 100 से अधिक नई प्रजातियां मिली हैं। उन्होंने चिली के नज़दीक समुद्र के नीचे चार समुद्री पर्वतों का मानचित्रण किया जिनके बारे में पहले पता नहीं था। इनमें से सबसे ऊंचा पर्वत समुद्र तल से 3530 मीटर ऊंचा है, जिसे शोधकर्ताओं ने सोलिटो नाम दिया है।
तस्वीरों के अलावा, रोबोट यहां से कुछ जीवों को लेकर भी आया है। इनकी मदद से उनकी प्रजातियों को पहचानने या उन्हें नई प्रजातियों में वर्गीकृत करने में मदद मिलेगी। इन नई प्रजातियों से वैज्ञानिकों को इस विशाल क्षेत्र की जटिल वंशावली बनाने और इन जीवों को अस्तित्व में लाने वाले वैकासिक पड़ावों के बारे में जानने में मदद मिल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इन समुद्री पर्वतों पर इतनी अधिक जैव विविधता पाए जाने और बचे रहने का श्रेय काफी हद तक इन जगहों के समुद्री पार्क के रूप में संरक्षण को जाता है। इस क्षेत्र का काफी बड़ा हिस्सा चिली द्वारा प्रशासित जुआन फर्नांडीज़ और नाज़्का-डेसवेंचुरडास समुद्री पार्कों के अंतर्गत संरक्षित है। (स्रोत फीचर्स)
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