पिग्मी ज़ेब्रा ऑक्टोपस प्रशांत महासागर के अमेरिकी तटीय क्षेत्र के मूल निवासी हैं। जैसा कि इनके नाम, पिग्मी ज़ेब्रा ऑक्टोपस, से झलकता है इनके शरीर पर ज़ेब्रा के समान धारियां होती हैं। अब, इन पर हुआ हालिया अध्ययन बताता है कि इनमें से प्रत्येक नन्हें सेफेलोपोड की ये धारियां अद्वितीय होती हैं, और संभवत: ये एक-दूसरे को पहचानने में मदद करती हैं।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में 25 नवजात पिग्मी ज़ेब्रा ऑक्टोपस (ऑक्टोपस चिरेचिए) की हर हफ्ते तस्वीरें लीं। फिर एडोब इलस्ट्रेटर की मदद से हरेक के शरीर की धारियों और धब्बों के पैटर्न देखे। प्लॉस वन में उन्होंने बताया है कि अंडे से निकलने के पांच दिन बाद ही उनमें धारियों के अद्वितीय पैटर्न दिखने लगते हैं और ये पैटर्न ताउम्र बने रहते हैं, भले ही उनकी त्वचा का रंग और बनावट बदल जाएं। हो सकता है कि ये ऑक्टोपस एक-दूसरे को इन धारियों से पहचानते हों।
मानव प्रतिभागी ऑक्टोपस के बीच उनकी धारियों की मदद से लगभग 85 प्रतिशत बार सही अंतर कर पाए। इससे लगता है कि जंतु अध्ययनों में टैटू या टैग लगाने की ज़रूरत नहीं होगी; इन धारियों की मदद से उनकी पहचान हो सकेगी। (स्रोत फीचर्स)
नोट: स्रोत में छपे लेखों के विचार लेखकों के हैं। एकलव्य का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है।
Photo Credit : https://www.science.org/do/10.1126/science.adi2393/abs/_20230411_on_pygmy_zebra_octopus.jpg