हाल ही में टेक्सास स्थित ए-एंड-एम युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को मानव मल में ज़हरीले सांप की हड्डियां, त्वचा और दांत मिले हैं। यह मल लगभग 1500 साल पुराना है। शोधकर्ता इलेनॉर सोन्डरमेन और उनके साथियों को यह मल सूखी अवस्था में टेक्सास के किसी स्थान में मिला था।
सभी जीव मल त्यागते हैं और सभी जीवों के मल में विविधता होती है। मल के विश्लेषण से उस जीव के बारे में कई बातें पता चलती है। मानव मल में मिले ये अवशेष इस बात की ओर इशारा करते हैं कि मानव किसी समय कुछ अवसरों या अनुष्ठानों के मौके पर पूरा सांप खाते होंगे।
वैसे उत्तरी अमेरिका में रहने वाले प्राचीन मानव नियमित रूप से सांप खाते थे। लेकिन आम तौर पर वे सांप की त्वचा और सिर हटा देते थे। किंतु शोधकर्ताओं को इस मल में सांप की त्वचा और दांत भी मिले हैं। उन्हें मल में सांप की 22 हड्डियां, 48 शल्क और 1 सेंटीमीटर लंबा विषदंत मिला है। जिससे अंदाज़ा लगता है कि ये अवशेष वेस्टर्न डायमंडबैक रैटलस्नेक (Crotalus atrox) के हैं। दक्षिण-पश्चिम संयुक्त राज्य के कुछ कबीले सांप की पूजा करते हैं। इसी आधार पर टीम ने अंदाज़ा व्यक्त किया है कि संभवत: इस सांप को किसी अनुष्ठान के दौरान खाया गया होगा। मल में शोधकर्ताओं को चूहे के भी अवशेष मिले हैं जिसे कच्चा और पूरा खाया गया था। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चूहा सांप ने खाया था या मानव ने। (स्रोत फीचर्स)
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